जय सियाराम जय जय हनुमान। दशरथ की आंखों के तारे। कौशल्या मां की राजदुलारे। अयोध्यावासियों के प्राण प्यारे। अत्याचारी रावण को संहारे । जय सियाराम जय जय हनुमान ।
भरत_ लक्ष्मण आदि भाइयों के प्यारे ।
सीता भार्या को सदैव संवारे।
लव_ कुश को ज्ञान दिलाए।
हनुमान जी को मार्गदर्शन दिखलाए।
जय सियाराम जय जय हनुमान। इनके विशेषण हैं पुरुषोत्तम । इनके आचरण हैं सर्वोत्तम । ये अपने साम्राज्य हेतु किए अनुपम काम। ये हैं हमारे प्यारे श्रीराम। जय सियाराम जय जय हनुमान।
इनके गुणों को हमलोग करें ग्रहण।
अवश्य दुख हो जाएंगे सहन।
इनका नाम गूंजता कण_कण।
श्रीराम को हमारा शत-शत नमन।

दुर्गेश मोहन ,
समस्तीपुर( बिहार)

One thought on “जै श्री राम”
  1. जय श्री राम 🚩🚩🙏 अति सुंदर

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