डा. बिन्देश्वर प्रसाद गुप्ता
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अपना पूरा जीवन जिसने
किया समर्पित राष्ट्र के नाम वे कोई नहीं थे , दूसरे
सुभाष चंद्र था , उनका नाम
आओ स्मरण करें आज हम
शीश नवायें , नमन करें हम
जिसने मान रखा देश का
पूरे विश्व में , अपने दम
न कोई था , न कोई होगा
ऐसा विलक्षण राष्ट्र नायक
ओजस्वी व प्रतिभावान
व्यक्तित्व हो प्रेरणादायक
कटक में जन्मे सुभाष चंद्र
पिता थे जानकीदास बोस
मेधावी थे , कैंब्रिज से
उत्तीर्ण किया आईसीएस
आजादी थी, देश की चाहत
त्याग दिया , आईसीएस
कूद पड़े आंदोलन में
ठुकराया नौकरी सहर्ष
बनाया फौज आजाद हिंद
छक्का अंग्रेजों का छुड़ा दिया
आजाद हिंद की फौज ने
औकात अंग्रेजों को दिखा दिया
"मुझे खून दो , आजादी लो "
बना सुभाष चंद्र का नारा
बड़े जोश से इस नारे को
नौजवानों ने स्वीकारा
जापान , जर्मनी से मिलकर
अंग्रेजों को था ललकारा
हवाई दुर्घटना की खबर
बनायी फौज को बेसहारा
गुमनाम हो गये सुभाष को
पूर्व सरकार ने भूला दिया
नई सरकार आई मोदी की
सारी फाइलों को जीवित किया
कुर्बानी व्यर्थ न जायेगी
देशभक्त सुभाष चंद्र की
"अमर रहे सुभाष " ,बिन्देश्वर
गूँज रही जय-जयकार की
डा. बिन्देश्वर प्रसाद गुप्ता
पटना (बिहार)
+91 84093 93487
जय हिंद महान क्रांतिकारी सुभाष चंद्र बोस जी के लिए रचित आप की रचना बहुत सुन्दर है