राष्ट्र जागरण धर्म निभाएं
राष्ट्र जागरण धर्म निभाएंलोकतंत्र का पर्व मनाएंजाति – धर्म की नीति नकारेंअच्छे प्रत्याशी को स्वीकारेंजो जन – गण – मन…
साहित्य की ओर बढ़ते कदम..…...
राष्ट्र जागरण धर्म निभाएंलोकतंत्र का पर्व मनाएंजाति – धर्म की नीति नकारेंअच्छे प्रत्याशी को स्वीकारेंजो जन – गण – मन…
युग द्रष्टा ,युग कर्ताभारत के उन्नायक।मोतीलाल नेहरू के आंखों के तारेसारे जग के प्यारे। संपूर्ण भारत थे इनके दीवानेवे थे…
दीवाली आती है कार्तिक अमावस्या की रातइस पर्व में बन जाती हैसुख समृद्धि की बात। सर्वत्र होता प्रकाश ही प्रकाश…
हे ! पतित पावनी मां कालीमानव का उद्धार करोसंसार का सृजन करो।निर्धन के कष्टों को हरोसंपूर्ण जग में खुशियां लाओ।हे!पतित….ईर्ष्याद्वेष…
बिन्देश्वर प्रसाद गुप्ता पटना ( बिहार)
आंखें खोलूं तुझको पाऊं,आंखें मूंदू तुझको पाऊं।जिधर भी देखूं बस तू ही तू है,तुझ में मैं और मुझ में तू…
बारिश का मौसम है बारिश तो लाएगा.इक मीठा मीठा सा एहसास मन में जगाएगा।भीगी मिट्टी की महक हरियाली लाएगा।वह बचपन…
जय जवान-जय किसाननारा था नवजागरण घोष।जिसको सुनकर हर देशवासीकी रगों में आया नवल जोश।आत्मनिर्भर हो देश मेरा,था लाल बहादुर का…
गांधी केवल इंसान नहीं,गांधी तो है जीवन दर्शन।ऐसा विराट व्यक्तित्व रहा,हर बिंदु पर जिसका चिंतन।जिसके विचार रहे कालजयी,संपूर्ण विश्व करता…